आज लोकसभा में हंगामा खड़ा कर रहा विपक्ष उस समय थोड़ा थम सा गया जब खुद भगवान राम यानि उत्तर प्रदेश के मेरठ से भाजपा सांसद और रामायण में राम की भूमिका से जनमानस में आस्था पुरुष बन चुके अरुण गोविल ने प्रश्न काल के दौरान लोकसभा में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अश्लील कंटेंट के खिलाफ आवाज उठाई. उन्होंने कहा, ‘ओटीटी प्लेटफॉर्म पर जो दिखाया जा रहा है, वह बहुत अश्लील है. ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आने वाले ये कंटेंट परिवार में साथ बैठकर देख नहीं सकते हैं. इससे हमारे नैतिक मूल्यों का ह्रास हुआ है. क्या मंत्री हमें बता सकते हैं कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सेक्स कंटेंट को रोकने के लिए मौजूदा तंत्र क्या है? और उक्त कानून इन प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग को रोकने के लिए ज्यादा प्रभावी नहीं है. सरकार के पास मौजूदा कानून को और सख्त बनाने का प्रस्ताव है.’
केंद्रीय मंत्री ने दिया जवाब
इस मामले पर पहले ही लोक सभा में हंगामा खड़ा कर रहे विपक्ष से निवेदन किया गया कि अरुण गोविल जी पहली बार कोई सवाल पूछ रहे हैँ कृपया शांत हो जाएँ तो कुछ लोग शांत हुए लेकिन कुछ लोग फिर भी हो हल्ला करने से बाज नहीं आए । इसी सबके बीच केंद्रीय आईटी मंत्री अश्वनी वैष्णव ने जवाब दिया और उन्होंने कहा कि ‘यह महत्वपूर्ण विषय है. पहले मीडिया में कोई भी चीज लाने से पहले एक चेक होता था लेकिन अब उसे लाने से पहले सारे चेक खत्म हो गए हैं. एडिटोरियल चेक खत्म होने के कारण सोशल मीडिया फ्रीडम ऑफ प्रेस का एक बड़ा माध्यम है. लेकिन साथ ही साथ अनकंट्रोल एक्सप्रेशन के साथ कई तरह के वलगर कंटेंट हैं. अभी और कड़ा कानून लाने की जरूरत है लेकिन इसके लिए इसमें हमें एक कनसेसस लाने की जरूरत है।
गौरतलब है कि विपक्ष लोकसभा में संबल हिंसा और अडानी के बारे में चर्चा कराने के लिए लगातार लोक सभा की कार्यवाही को बाधित कर रहा है, इस बीच बता दें कि हंगामे के चलते लोकसभा कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
