बीपीएससी अभ्यर्थियों ने सोमवार शाम गर्दनीबाग अस्पताल में धरना देते हुए तोड़फोड़ की और नर्सों व डॉक्टरों को जबरन बाहर निकालने की कोशिश की। प्रदर्शनकारियों ने सीएस सीमा कुमारी के साथ भी बदसलूकी की। इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिससे तीन प्रदर्शनकारी घायल हो गए। अस्पताल में भगदड़ मचने से मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
बीपीएससी अभ्यर्थियों का अस्पताल में हंगामा
सीएस सीमा कुमारी ने बताया कि सोमवार शाम पहले 20 प्रदर्शनकारी अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों व नर्सों से कहा कि बाहर एक बीपीएससी अभ्यर्थी की तबीयत खराब है, उन्हें बाहर इलाज करना है। जब नर्स और डॉक्टरों ने बाहर जाने से इनकार किया और कहा कि बीमार व्यक्ति को अस्पताल लाकर इलाज कराया जाए, तो अभ्यर्थी भड़क गए और चले गए। बाद में 100 की संख्या में वापस आकर उन्होंने तोड़फोड़ की और डॉक्टरों व नर्सों को जबरदस्ती बाहर ले जाने का प्रयास किया। जब सीमा कुमारी बीच बचाव के लिए पहुंची, तो प्रदर्शनकारियों ने उनके साथ भी बदसलूकी की।
कोचिंग संस्थान संचालकों पर भड़काने का आरोप
गर्दनीबाग थानाध्यक्ष ने डीजीपी और एसएसपी को पत्र लिखकर बताया कि प्रदर्शनकारियों को कुछ कोचिंग संस्थान के संचालक उकसा रहे थे और उन्हें कार्यालय का घेराव करने के लिए भड़काया जा रहा था। पुलिस ने इस मामले में अफवाह फैलाने और उकसाने के आरोप में रमांशु क्लासेज के रमांशु कुमार, सुनामी जीएस गुरु सुजीत, ज्ञान बिन्दु जीएस क्लासेज के रौशन आनंद, छात्र नेता दिलिप कुमार, परफेक्सन जीएस के चंदन प्रिय, कौटिल्या जीएस के प्रवीण कुमार और प्रदीप कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ छापेमारी शुरू कर दी है।
