वडोदरा, गुजरात
डोदरा ज़िले के तालुका में 9 जुलाई को एक बड़ा हादसा हुआ था, जब एक पुल के टूटने से कई लोगों की जान चली गई थी। हादसे के समय एक भारी टैंकर पुल से नीचे गिरते हुए बीच में ही अटका रह गया था। घटना को 25 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक वह टैंकर वहीं लटका हुआ है।
स्थानीय लोगों और पीड़ित परिवारों ने प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं, क्योंकि इतने दिनों बाद भी हादसे के निशान जस के तस बने हुए हैं।
अब सरकार ने टैंकर को हटाने के लिए अत्याधुनिक ‘बैलून तकनीक’ का इस्तेमाल करने का फैसला किया है। इस तकनीक में बड़े-बड़े एयर बैग्स (बैलून) का उपयोग करके पानी के भीतर या खतरनाक स्थितियों में भारी वाहनों को धीरे-धीरे ऊपर लाया जाता है।
यह ऑपरेशन विशेषज्ञों की देख-भाल में किया जाएगा और अगले सात दिनों के भीतर इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रशासन का कहना है कि यह तकनीक न केवल सुरक्षित है, बल्कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना काम पूरा करने में मदद करती है।
स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें मिलकर इस कार्य को अंजाम देंगी। हादसे की जांच भी अभी जारी है, जबकि पीड़ित परिवार न्याय की मांग कर रहे हैं।
