हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में एक बार फिर दिल दहला देने वाला सड़क हादसा सामने आया है। तीसा उपमंडल के चनवास इलाके में एक स्विफ्ट कार अनियंत्रित होकर लगभग 500 मीटर गहरी खाई में जा गिरी, जिससे कार सवार छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा बीती रात पेश आया और पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
मृतकों में एक ही परिवार के चार सदस्य शामिल
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हादसे में चनवास में कार्यरत सरकारी स्कूल के शिक्षक राजेश कुमार की पत्नी और उनके दो बच्चे – एक 17 वर्षीय बेटी और 15 वर्षीय बेटा – हादसे का शिकार हो गए। साथ ही, राजेश कुमार के जीजा और उनके साले हेमराज उर्फ फौजी की भी इस हादसे में मृत्यु हो गई। एक अन्य स्थानीय व्यक्ति, जिसने कार में लिफ्ट ली थी, वह भी इस दुर्घटना में जान गंवा बैठा।
बनीखेत से घर लौट रहे थे सभी
राजेश कुमार अपने दोनों बच्चों को बनीखेत से वापस घर ला रहे थे, जहां वे पढ़ाई कर रहे थे। वापसी के दौरान स्विफ्ट कार में उनके साले हेमराज और एक अन्य ग्रामीण भी सवार थे। गांव से लगभग एक किलोमीटर पहले, भंजराडू से चनवास शाहवा मार्ग पर यह दर्दनाक हादसा हुआ।
राहत व बचाव कार्य में जुटे स्थानीय लोग
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस व प्रशासन को सूचित किया। तत्परता दिखाते हुए रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। खाई से सभी शवों को निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है।
पुलिस कर रही है जांच
पुलिस ने इस घटना को लेकर मामला दर्ज कर लिया है और हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, वाहन का अनियंत्रित होना मुख्य कारण माना जा रहा है, हालांकि पूरी सच्चाई जांच के बाद ही सामने आ सकेगी।
प्रशासन ने जताया शोक, सहायता का भरोसा
घटना की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों ने पीड़ित परिवारों से संपर्क कर संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
यह हादसा एक बार फिर से हिमाचल प्रदेश में सड़क सुरक्षा की चिंता को उजागर करता है। पहाड़ी क्षेत्रों में ड्राइविंग करते समय अत्यधिक सतर्कता और सड़क की स्थिति को लेकर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

सम्बंधित विभागों से अपील:
सड़क सुरक्षा को लेकर नियमित निरीक्षण, सड़कों की मरम्मत और चेतावनी संकेतों की व्यवस्था को सुदृढ़ करने की आवश्यकता है, ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
