नई दिल्ली, 11 अगस्त 2025 – बॉलीवुड के दमदार एक्टर और फिटनेस आइकॉन सुनील शेट्टी आज अपना 64वां जन्मदिन मना रहे हैं। 90 के दशक से लेकर आज तक सुनील शेट्टी ने भारतीय सिनेमा को कई यादगार फिल्में दी हैं। एक्शन हो, इमोशन हो या कॉमेडी – उन्होंने हर शैली में अपने अभिनय का लोहा मनवाया है।
जन्मदिन के इस खास मौके पर न सिर्फ उनके फैन्स बल्कि बॉलीवुड के कई सितारे भी उन्हें सोशल मीडिया पर बधाई दे रहे हैं। आइए जानते हैं उनके 6 सबसे यादगार और प्रभावशाली किरदार, जिनकी वजह से सुनील शेट्टी को बॉलीवुड के बेहतरीन अभिनेताओं की कतार में गिना जाता है।
1. देव (धड़कन, 2000)
फिल्म धड़कन सुनील शेट्टी के करियर की सबसे अहम फिल्मों में से एक रही। इसमें उन्होंने देव नामक किरदार निभाया, जो प्यार में ठुकराए जाने के बाद भी अपनी प्रेमिका को वापस पाने की कोशिश करता है।
उनका डायलॉग “मैं तुम्हें भूल जाऊं, ये हो नहीं सकता… और तुम मुझे भूल जाओ, ये मैं होने नहीं दूंगा…” आज भी लोगों की ज़ुबान पर है। इस भूमिका के लिए उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट विलेन अवॉर्ड भी मिला था।
2. राजू (हेरा फेरी, 2000)
अगर हंसी की बात हो और हेरा फेरी का नाम न आए, तो मजा अधूरा है। इसमें सुनील शेट्टी ने राजू की भूमिका निभाई – एक संघर्षरत युवा जो जल्दी पैसे कमाने की कोशिश में उलझ जाता है।
अक्षय कुमार और परेश रावल के साथ उनकी तिकड़ी ने इस फिल्म को कल्ट क्लासिक बना दिया। आज भी इस फिल्म के डायलॉग और सीन्स सोशल मीडिया पर वायरल रहते हैं।
3. भैरों सिंह (बॉर्डर, 1997)
जे. पी. दत्ता की युद्ध आधारित फिल्म बॉर्डर में सुनील शेट्टी ने बीएसएफ के कमांडेंट भैरों सिंह का किरदार निभाया था। उनकी देशभक्ति, साहस और बलिदान ने दर्शकों के दिलों को छू लिया।
यह फिल्म 1971 के भारत-पाक युद्ध पर आधारित थी और आज भी इसे देशभक्ति फिल्मों में मील का पत्थर माना जाता है।
4. गोपी / किशन (गोपी किशन, 1994)
डबल रोल निभाना हर एक्टर के बस की बात नहीं होती, लेकिन सुनील शेट्टी ने फिल्म गोपी किशन में गोपी और किशन – दो विपरीत स्वभाव वाले किरदार निभाकर सबको चौंका दिया।
उनकी कॉमिक टाइमिंग, एक्शन और इमोशन का बेहतरीन संतुलन देखने को मिला। खासकर उनका मशहूर डायलॉग “एक इधर जाता है, एक उधर जाता है, तो तू कहां जाता है?” आज भी लोगों को हंसाने के लिए काफी है।
5. राघवन (मैं हूं ना, 2004)
फराह खान की फिल्म मैं हूं ना में सुनील शेट्टी ने राघवन नाम के आतंकवादी का किरदार निभाया, जो पाकिस्तान के खिलाफ गहरी नफरत रखता है और भारत-पाक शांति समझौते को विफल करना चाहता है।
इस किरदार में उनका ग्रे शेड और इंटेंस एक्सप्रेशन आज भी याद किया जाता है। विलेन के इस रूप में सुनील ने अपने एक्टिंग स्किल्स का अलग ही स्तर दिखाया।
6. बलराज (मोहरा, 1994)
हालाँकि ये लिस्ट 6 किरदारों की है, लेकिन सुनील शेट्टी के मोहरा में निभाए गए बलराज के बिना चर्चा अधूरी है। फिल्म का एक्शन, उनका गुस्से से भरा चेहरा और दमदार डायलॉग डिलीवरी ने उन्हें एक्शन हीरो के रूप में स्थापित कर दिया।
निष्कर्ष:
सुनील शेट्टी ने अपने तीन दशक लंबे करियर में खुद को सिर्फ एक्शन स्टार नहीं, बल्कि एक वर्सेटाइल एक्टर के तौर पर साबित किया है। उनके किरदार आज भी दर्शकों के दिलों में ज़िंदा हैं, और उनके डायलॉग आज भी ज़ुबान पर।
टीम की ओर से सुनील शेट्टी को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं।
“सिर्फ मसल्स नहीं, सुनील शेट्टी के किरदारों में दिल भी धड़कता है।”
