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नई दिल्ली, 19 अगस्त
राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार को विपक्ष के हंगामे के चलते बाधित रही और दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। राज्यसभा में विपक्ष ने मतदाता सूची संबंधी मामलों पर चर्चा कराने की मांग की थी, जिसके लिए उन्होंने नियम 267 के तहत 20 नोटिस उपसभापति को दिए थे। हालांकि उपसभापति हरिवंश नारायण ने इन नोटिसों को नियमों के उल्लंघन के कारण अस्वीकार कर दिया।
नोटिस अस्वीकृत होने पर विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी और अपनी सीटों से उठकर आगे आ गए, जिससे हंगामा बढ़ गया। उपसभापति ने शून्यकाल और प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया, लेकिन विपक्षी सांसद चर्चा की मांग पर अड़े रहे। बढ़ते हंगामे को देखते हुए राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में भी इसी तरह का नजारा देखने को मिला। प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष लगातार नारेबाजी करता रहा, जिससे कार्यवाही बाधित हुई। कार्यवाही को पहले 12 बजे तक और फिर दोपहर 2 बजे तक स्थगित किया गया। लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव भी अस्वीकार कर दिए।
मंगलवार का दिन संसद के लिए चुनौतीपूर्ण रहा, जहां विपक्ष ने मतदाता सूची से जुड़ी चर्चा पर जोर दिया और नियमों के तहत की गई उनकी मांग को अस्वीकार किए जाने पर दोनों सदनों में हंगामा हुआ। इससे संसद की कार्यवाही प्रभावित हुई और महत्वपूर्ण सवालों पर चर्चा नहीं हो सकी।
महुआ ख़बर
