नई दिल्ली/मॉस्को/वॉशिंगटन, 20 अगस्त 2025 – पश्चिम एशिया में लगातार बढ़ते तनाव के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच शनिवार को लगभग 50 मिनट तक फोन पर बातचीत हुई। दोनों नेताओं के बीच चर्चा का मुख्य केंद्र ईरान-इजराइल संघर्ष, परमाणु कार्यक्रम का समाधान और यूक्रेन शांति वार्ता रहा।
ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल अकाउंट पर लिखा कि पुतिन ने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं देने के लिए फोन किया था। इसी दौरान दोनों नेताओं ने पश्चिम एशिया की बिगड़ती स्थिति पर बातचीत शुरू की।
“पुतिन भी मानते हैं और मैं भी चाहता हूं कि ईरान-इजराइल का युद्ध खत्म होना चाहिए। मैंने उन्हें यह विशेष रूप से समझाया है।” – डोनाल्ड ट्रंप
क्रेमलिन के मुताबिक, पुतिन ने ट्रंप को हाल ही में ईरान और इजराइल के नेताओं से हुई अपनी बातचीत के बारे में जानकारी दी। उन्होंने एक बार फिर ईरानी परमाणु मुद्दे पर राजनयिक समाधान तलाशने के रूस के प्रस्ताव को दोहराया।
साथ ही पुतिन ने इस्तांबुल में रूस-यूक्रेन शांति वार्ता में युद्धबंदियों के आदान-प्रदान और अन्य समझौतों की प्रगति की रिपोर्ट भी साझा की।

रूसी राष्ट्रपति के सलाहकार यूरी उशाकोव ने कहा कि दोनों नेताओं की वार्ता में पश्चिम एशिया की स्थिति पर गहन विचार-विमर्श हुआ।
- ट्रंप ने तनाव को “बेहद चिंताजनक” बताया।
- न तो ट्रंप और न ही पुतिन ने ईरानी परमाणु वार्ता की संभावना से इनकार किया।
- दोनों ने माना कि क्षेत्र की स्थिति खतरनाक रूप से बिगड़ती जा रही है, जिसे रोकना ज़रूरी है।
बातचीत से पहले शुक्रवार को ट्रंप और पुतिन, दोनों ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की थी।
- पुतिन ने इसके अलावा ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से भी वार्ता की।
- क्रेमलिन के अनुसार, पुतिन ने साफ किया कि रूस तनाव बढ़ने से रोकने के लिए मध्यस्थता करने को तैयार है।
- शनिवार को ट्रंप ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन से भी बातचीत की।
- एर्दोगन ने ट्रंप से कहा कि “क्षेत्र में अनियंत्रित वृद्धि को रोकना बेहद ज़रूरी है।”
