दिल्ली में दिल दहला देने वाला हादसा
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के समयपुर बादली इलाके से शनिवार की शाम एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया। यहां एक नाबालिग कार सवार ने 32 वर्षीय फैक्ट्री कर्मचारी को इतनी जोरदार टक्कर मारी कि वह कार में फंस गया और करीब 600 मीटर तक घसीटता चला गया। घटना में युवक की मौत हो गई। पुलिस ने 16 वर्षीय आरोपी को हिरासत में ले लिया है और उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
सीसीटीवी फुटेज में कैद भयावह दृश्य
जानकारी के मुताबिक, मृतक की पहचान सुजीत मंडल के रूप में हुई है, जो राजा विहार इलाके का रहने वाला था और पास की एक फैक्ट्री में काम करता था। हादसा उसी फैक्ट्री के पास हुआ। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई देता है कि कैसे सुजीत कार के नीचे फंस गया और कार चालक उसे 600 मीटर तक घसीटता रहा। इस दौरान एक साइकिल सवार युवक ने चालक को चेतावनी भी दी, लेकिन आरोपी ने गाड़ी रोकने की बजाय और तेज कर दी।
करीब आधा किलोमीटर घसीटने के बाद जब सुजीत का शरीर कार से अलग हुआ, तो आरोपी नाबालिग युवक कार भगाकर मौके से फरार हो गया।
मौके पर अफरा-तफरी, पुलिस को दी गई सूचना
हादसे के बाद वहां मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और घायल सुजीत को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल से पुलिस ने खून के सैंपल और एक जोड़ी चप्पल बरामद कर जांच के लिए भेजे हैं।
आरोपी नाबालिग की सफाई: “भीड़ से डरकर भागा”
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और आसपास लगे कैमरों की मदद से आरोपी तक पहुंच बनाई। 16 साल के इस लड़के ने पूछताछ में बताया कि वह पास की एक मैकेनिक की दुकान से लौट रहा था। अचानक मोड़ पर गाड़ी का संतुलन बिगड़ा और यह हादसा हो गया। आरोपी ने कहा कि हादसे के बाद वह घबरा गया और डर था कि भीड़ उसे पीट सकती है, इसलिए कार रोकने की बजाय वह भाग गया।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने आरोपी नाबालिग को हिरासत में ले लिया है और उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि कार उसे किसने उपलब्ध कराई थी और क्या वह नियमित तौर पर गाड़ी चलाता था।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
घटना के बाद से इलाके में गुस्सा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नाबालिगों द्वारा गाड़ियों को लापरवाही से चलाना अब आम हो गया है। उन्होंने प्रशासन से सख्त कार्रवाई और ऐसे मामलों में जिम्मेदार परिजनों पर भी कानूनी कदम उठाने की मांग की है।
यह हादसा एक बार फिर से राजधानी में सड़क सुरक्षा और नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने पर सवाल खड़े करता है।
