बिहार मॉडल और नई पहल :
चुनाव आयोग ने सोमवार, 6 अक्टूबर 2025 को बहुप्रतीक्षित बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। राजधानी दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने बताया कि बिहार में इस बार चुनाव दो चरणों में कराए जाएंगे। पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर 2025 को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। पूरे प्रदेश में 243 विधानसभा सीटों के लिए यह चुनाव कराए जाएंगे। इस घोषणा के साथ ही बिहार राज्य में आदर्श आचार संहिता (Model Code of Conduct) लागू कर दी गई है।
महत्वपूर्ण तिथियां और प्रक्रिया
मुख्य चुनाव आयुक्त के अनुसार, पहले चरण के लिए अधिसूचना 10 अक्टूबर को जारी होगी और नामांकन की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर होगी। दूसरे चरण की अधिसूचना 13 अक्टूबर को जारी होगी और उसके नामांकन की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर तय की गई है। हर उम्मीदवार को निर्धारित समय सीमा के भीतर अपने नामांकन पत्र दाखिल करने होंगे। नामांकन, नाम वापसी और स्क्रूटनी आदि प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होगी।
मतदान और मतगणना की तिथियां:
मतदाता और मतदान केंद्र
आयोग ने बताया कि इस बार बिहार में कुल 7.43 करोड़ मतदाता अपने-अपने मतदान केंद्रों पर वोट डाल सकेंगे। इनमें 14 लाख पहले बार वोटर भी शामिल हैं। राज्य भर में 90,712 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे, जिनमें से 1,044 महिला कर्मियों द्वारा संचालित किए जाएंगे।

हर बूथ पर अधिकतम 1200 मतदाताओं की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है ताकि भीड़ न बढ़े और मतदान तेजी से हो सके। मतदान केंद्र विशेष आवश्यकता वाले व्यक्तियों और बुजुर्गों को ध्यान में रखते हुए ग्राउंड फ्लोर पर बनाए जाएंगे और रैम्प तथा व्हीलचेयर आदि की सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।
चुनावी पारदर्शिता, सुरक्षा और तकनीक
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि पूरे राज्य में वेबकास्टिंग की व्यवस्था रहेगी जिससे हर पोलिंग स्टेशन पर चुनावी गतिविधियों की निगरानी संभव हो सकेगी। पारदर्शिता बढ़ाने और गड़बड़ी रोकने के लिए प्रत्येक निर्वाचनी क्षेत्र में एक सामान्य पर्यवेक्षक (General Observer) नियुक्त किया जाएगा।
चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहेगी। पर्याप्त केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती होगी तथा सीमा के इलाकों पर पैट्रोलिंग, ड्रग्स, नगदी और अवैध शराब पर कड़ी निगरानी की जाएगी।
नई पहलें और बिहार का मॉडल
बिहार चुनाव आयोग ने इस बार कई नई पहल लागू की हैं—पोलिंग बूथ पर मोबाइल फोन जमा करने की सुविधा, वरिष्ठ नागरिकों (85+ वर्ष) के लिए घर जाकर मतदान, सभी बूथ ग्राउंड फ्लोर पर, बीएलए ट्रेनिंग, नाव-घोड़े से पैट्रोलिंग, पोस्टल बैलेट की समय से गिनती, आदि। चुनाव आयोग ने कहा कि बिहार का यह चुनाव मॉडल पूरे देश में लागू किया जाएगा।
राजनीतिक समीकरण
चुनावी मैदान में एनडीए, महागठबंधन और अन्य दल आमने-सामने होंगे। उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने इस चुनाव को ‘मदर ऑफ ऑल इलेक्शन’ बताया और इसे देश का आदर्श चुनाव मॉडल बताया। वहीं, विपक्ष और विभिन्न दलों ने भी स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की मांग रखी है।
