dharmendra pradhan
धर्मेंद्र प्रधान की अध्यक्षता में भाजपा की मतदान रणनीति मजबूत, उम्मीदवारों के अंतिम चयन के लिए दिल्ली में होगा फाइनल डिसीजन :
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान आज बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा पदाधिकारी शामिल होंगे, जो संभावित उम्मीदवारों की सूची पर चर्चा करेंगे। चर्चा के बाद उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देकर उन्हें दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय को भेजा जाएगा ताकि अगले चरण में इन नामों को अनुमोदित किया जा सके।
बैठक में भाजपा के केंद्रीय मंत्री विनोद तावड़े, नित्यानंद राय, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति अपेक्षित है। बताया जा रहा है कि प्रत्येक विधानसभा सीट के लिए पार्टी तीन-तीन संभावित उम्मीदवारों के नाम पर विचार कर रही है। यह रणनीति सुनिश्चित करेगी कि चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में पार्टी के पास मजबूत और रिपोर्टर उम्मीदवार हों।
घोषित तौर पर, भाजपा इस बार बिहार में लगभग 100 से 105 सीटों पर चुनाव मैदान में उतरेगी, जबकि गठबंधन दलों के साथ मिलकर सीटों का बंटवारा किया जाएगा। यह बैठक सीट बंटवारे तथा उम्मीदवार चयन की दिशा निर्धारित करने में अहम साबित होगी, जिससे पार्टी की चुनावी रणनीति को अंतिम रूप मिलेगा।

धर्मेंद्र प्रधान ने पिछले कुछ दिनों से बिहार में पार्टी की तैयारियों की समीक्षा की है और उम्मीदवारों के चयन में गहनता से शामिल रहे हैं। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि क्षेत्रीय जनसमर्थन, उम्मीदवारों की छवि और पिछली चुनावी स्थिति को ध्यान में रखकर ही टिकट वितरण किया जाएगा। इसका उद्देश्य यह है कि भाजपा इस बार बिहार में मजबूत वापसी करे।
यह बैठक पार्टी की राजनीतिक रणनीति के लिहाज से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। आगामी चुनाव में भाजपा की सफलता के लिए उम्मीदवार चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता और सबल नींव जरूरी है। पदाधिकारी इस प्रक्रिया को पूरी सूझ-बूझ एवं समझदारी के साथ निपटाने की कोशिश कर रहे हैं।
बैठक के बाद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा उम्मीदवारों की सूची को अंतिम अनुमोदन मिलेगा। इसके बाद सभी नामों को बड़े सार्वजनिक मंच पर घोषित किया जाएगा। इस प्रक्रिया को लेकर सभी दलों में कड़ी प्रतिस्पर्धा और कयासबाजी जारी हैं।
भाजपा की यह कोशिश है कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में वे अधिकतम सीटें जीतकर राज्य में फिर से सरकार बनाएँ और विकास के नए आयाम स्थापित करें। धर्मेंद्र प्रधान की यह बैठक भाजपा के चुनावी महाअभियान का अहम हिस्सा है, जिसे पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक बड़ी उत्सुकता से देख रहे हैं।
