बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पटना में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के आवास पर राजद संसदीय बोर्ड की महत्वपूर्ण बैठक शुक्रवार दोपहर शुरू हो गई है। इस बैठक का मुख्य एजेंडा आगामी बिहार चुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवारों की अंतिम सूची और महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे पर सहमति बनाना है। यह बैठक पार्टी के लिए रणनीतिक रूप से अहम मानी जा रही है क्योंकि महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीट साझाकरण को लेकर अभी भी विवाद बना हुआ है।
राजद संसदीय बोर्ड की यह बैठक पटना के राबड़ी देवी के आवास पर 1:30 बजे शुरू हुई। इससे पहले दोपहर 12 बजे तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में राज्य संसदीय बोर्ड की बैठक भी हुई जिसमें बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तैयार की जा रही रणनीतियों पर चर्चा हुई। इन दोनों बैठकों में गठबंधन के भीतर सीट बंटवारे तथा उम्मीदवारों के नामों को लेकर अंतिम निर्णय लेने की उम्मीद है।
महागठबंधन में प्रमुख गठबंधन साथी कांग्रेस पार्टी ने 78 सीटें मांगकर स्थिति को जटिल बना दिया है। वहीं RJD ने कांग्रेस को 48 सीटें देने का प्रस्ताव रखा है। इस बीच सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों दलों के बीच विवाद जारी है, जिसके समाधान के लिए लालू यादव ने खुद मोर्चा संभाल लिया है। सूत्रों के मुताबिक इस विवाद के समाधान के लिए लगभग 55 सीटों के समायोजन पर सहमति हो सकती है ताकि गठबंधन मजबूत बना रहे।

सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, बल्कि वाम दल भी गठबंधन में उचित प्रतिनिधित्व की मांग कर रहे हैं। तेजस्वी यादव सावधानी से कांग्रेस की सीट मांग पर विचार कर रहे हैं, क्योंकि पिछली बार कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए अधिक सीट देने में ठिठक रहे हैं। वहीं एनडीए के साथ मुकाबले को ध्यान में रखते हुए राजद को अपने वोट बैंक को सुरक्षित रखना है।
अगले महीने नवंबर के 6 और 11 तारीख को बिहार में पहले चरण का मतदान होगा, जबकि वोटों की गिनती 14 नवंबर को की जाएगी। ऐसे में महागठबंधन जल्द अपनी सूची फाइनल कर विपक्षी दलों को टक्कर देने की तैयारी में है।
राजद संसदीय बोर्ड की इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव के अलावा तेजस्वी यादव, प्रमुख केंद्रीय व राज्य स्तरीय पदाधिकारी तथा गठबंधन के अन्य नेताओं की उपस्थिति रही। बैठक में यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही उम्मीदवारों की सूची सार्वजनिक की जाएगी और साथ ही महागठबंधन के भीतर सीटों को लेकर चल रही खींचतान खत्म होने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।
पटना में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की भी बैठक इसी दिन होनी है, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कई बड़े नेता शामिल होंगे। वे शाम को लालू प्रसाद यादव से भी मिलेंगे और सीट बंटवारे व चुनाव रणनीति पर चर्चा करेंगे। कांग्रेस की ओर से यह भी प्रयास किया जाएगा कि गठबंधन में सबकी संतुष्टि बनी रहे जिससे महागठबंधन की चुनावी ताकत बनी रहे।
इस बीच महागठबंधन के सहयोगियों की उपमुख्यमंत्री पद की मांग को लेकर भी हलचल बनी हुई है। वीआईपी प्रमुख मुकेश साहनी, माले और कांग्रेस के नेताओं ने इस पद को लेकर अपने दावे जता रखे हैं। माना जा रहा है कि यदि महागठबंधन सरकार बनती है तो बिहार में दो की बजाय तीन उपमुख्यमंत्री पद बनाए जा सकते हैं।
इस प्रकार पटना में लालू यादव के आवास पर हुई यह बैठक बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए महत्त्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, जो गठबंधन के भीतर की अनबन को सुलझाकर चुनावी समर में राजद और उसके सहयोगियों को मजबूत स्थिति प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
