बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 101 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को तय कर दिया है। यह निर्णय पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की हालिया बैठक में लिया गया, जो नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में संपन्न हुई। बैठक के दौरान अधिकांश उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर लिए गए हैं और पार्टी की पहली उम्मीदवार सूची जल्द ही जारी होने की संभावना है।
NDA में सीट बंटवारा
इस बार के बिहार चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीटों का बंटवारा पहले ही हो चुका है। इसके तहत भाजपा और इसके सहयोगी जनता दल (यू) (JD(U)) दोनों ही 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा, लोक जनशक्ति पार्टी (Ram Vilas) को 29 सीटें मिली हैं, जबकि जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) को 6-6 सीटें दी गई हैं। सीट बंटवारे की इस व्यवस्था से NDA गठबंधन की एकजुटता का आईना दिखता है, जिसमें सभी घटक दल संतुष्ट हैं।

केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक का महत्व
बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक चुनाव रणनीति और उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया का अंतिम चरण है। नेताओं ने यह भी तय किया है कि प्रदर्शनहीन मौजूदा विधायक जिन्हें जनता का समर्थन कम मिला है, उन्हें टिकट नहीं मिलेगा और पार्टी युवा चेहरों को मौका देने की भी सोच रही है। पिछले चुनावों में पार्टी ने कई नए उम्मीदवारों को मौका दिया था, लेकिन इस बार मौजूदा कई विधायकों को फिर से टिकट मिलेगी क्योंकि सत्ता विरोधी लहर बिहार में दूसरी राज्यों जितनी नहीं है।
आगामी प्रक्रिया और चुनाव की तैयारियां
बीजेपी की पहली उम्मीदवार सूची सोमवार को जारी होने की संभावना है। बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे, जिनकी तिथियां 6 और 11 नवंबर तय हैं, जबकि मतों की गिनती 14 नवंबर को होगी। नामांकन की प्रक्रिया पहले चरण के लिए 10 अक्टूबर से चालू थी और दूसरे चरण के लिए 13 अक्टूबर से शुरू हो जाएगा। इस बार के चुनावों में NDA को महागठबंधन और अन्य विपक्षी गठबंधन से कड़ी टक्कर मिलने की उम्मीद है।
भाजपा ने बिहार में चुनावी तैयारी को अंतिम रूप देते हुए 101 सीटों पर उम्मीदवार तय किए हैं। पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की सक्रिय भूमिका के कारण उम्मीदवारों की सूची जल्द ही घोषित होगी और इससे चुनावी लड़ाई में भाजपा की दिशा स्पष्ट हो जाएगी। NDA के भीतर संतुलित सीट बंटवारे और उम्मीदवार चयन से गठबंधन की मजबूती बनी हुई है, जो आगामी विधानसभा चुनावों में उनकी भागीदारी को प्रभावी बनाएगी।
