पटना। 2025 बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के चलते मंगलवार को भाजपा ने अपने 71 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है।

भाजपा ने इस भार कई बड़े चेहरे बरकरार रखे हैं, तो वहीं कुछ पुराने दिग्गज नेताओं के टिकट काटकर नए चेहरों को आगे बढ़ाया है। इस पहली लिस्ट में भाजपा ने दोनों डिप्टी सीएम, सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को भी प्रत्याशी बनाया है।
अभी बिहार के उपमुख्यमंत्री और विधान परिषद सदस्य, सम्राट चौधरी को भाजपा ने तारापुर से मैदान में उतारा है। वहीं, दूसरे डिप्टी सीएम विजय सिन्हा लखीसराय से दोबारा चुनाव लड़ेंगे। पार्टी ने 12 मंत्रियों और 9 महिलाओं को भी टिकट दिया है। कुल 48 मौजूदा विधायकों को रिपीट किया गया है।
पार्टी ने इस बार 101 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है, जिसमें से 71 नामों का ऐलान कर दिया गया है जिसके बाद 30 उम्मीदवारों के नामो का ऐलान अभी बाकी है। बिहार में 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा, और नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
इस सूची में कई फैसले चौंकाने वाले हैं। इस बार विधानसभा अध्यक्ष और 5 बार के विधायक नंदकिशोर यादव का टिकट काट दिया गया है जो अब तक पटना की सीटों से लगातार जीतते नज़र आए थे। उनकी जगह भाजपा ने हाईकोर्ट के वकील और पार्टी नेता रत्नेश कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है।
इसी के साथ, कुम्हरार से पांच बार विधायक रह चुके अरुण कुमार सिन्हा का टिकट भी काटा गया है। उनकी जगह पार्टी ने प्रदेश महामंत्री संजय गुप्ता को मौका दिया है।
लिस्ट में कई मंत्रियों के नाम भी जोडे गए हैं, जिनमें स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे (सीवान), उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा (झंझारपुर), मंत्री नीरज कुमार बबलू, जीवेश मिश्रा, राजू सिंह, कृष्ण कुमार मंटू, सुरेंद्र मेहता, डॉ. सुनील कुमार, संजय सरावगी, और डॉ. प्रेम कुमार प्रमुख हैं।
भाजपा ने इस बार दानापुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और दो बार के सांसद रामकृपाल यादव को उम्मीदवार बनाया है। कभी लालू यादव के करीबी रहे रामकृपाल अब बीजेपी के अहम चेहरों में से एक बन चुके हैं।

जहां 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 13 महिलाओं को टिकट दिया था, वहीं इस बार पार्टी ने कुल 9 महिलाओं को प्रत्याशी बनाया है।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, पार्टी इस बार ‘फ्रेश फेस और एक्सपीरियंस’ के संतुलन के साथ मैदान में उतरना चाहती है।
बिहार में NDA और महागठबंधन दोनों ही गठबंधन अपनी-अपनी रणनीति तय कर चुके हैं। बीजेपी की यह पहली लिस्ट आने के बाद अब अन्य दलों के प्रत्याशियों की सूची पर भी सबकी नजरें टिकी हुई हैं।

