पटना:बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के सीट बंटवारे के ऐलान के बाद NDA में मतभेद खुलकर सामने आया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संस्थापक जीतन राम मांझी तीनों ही अपने-अपने हिस्से को लेकर नाखुश दिखाई दे रहे हैं। भाजपा के मुख्य नेतृत्व इन नाराज नेताओं को मनाने में लगा है।
नीतीश कुमार नाराज, बुलाई आपात बैठक
सूत्रों के अनुसार सीएम नीतीश कुमार की नाराज़गी अपनी पार्टी JDU की कुछ सीटें लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के खाते में जाने से हैं। इसी मामले को लेकर उन्होंने अपने आवास पर JDU और BJP नेताओं के साथ मंथन के लिए बैठक बुलाई । नीतीश कुमार ने भाजपा नेतृत्व से अपनी असहमति स्पष्ट शब्दों में जताई है और सीट वितरण पर पुनर्विचार की मांग की है।
उपेंद्र कुशवाहा को मनाने पहुंचे सम्राट चौधरी और नित्यानंद राय
राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा भी छह सीट मिलने से असंतुष्ट हैं। उनके आवास पहुंचे उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी देर रात तक उन्हें मनाते नज़र आए। करीबन एक घंटे तक चली इस मुलाकात के बाद नित्यानंद राय ने कहा — “जैसा कि उपेंद्र जी ने कहा, सब कुछ ठीक है और जल्द ही सब कुछ ठीक हो जाएगा।”
कुशवाहा बोले – “निर्णयों पर मंथन की जरूरत”
मीडिया से बातचीत के चलते कुशवाहा ने कहा कि वह दिल्ली जा रहे हैं और गठबंधन में लिए जा रहे निर्णयों पर मंथन की जरूरत है। उन्होंने कहा, “NDA में जो निर्णय लिए जा रहे हैं, उन पर थोड़ा विचार होना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि सब कुछ ठीक हो जाएगा।” इससे पहले उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से माफी मांगते हुए कहा था कि “आपके मन के अनुरूप सीटों की संख्या नहीं हो पाई है, इसके लिए क्षमाप्रार्थी हूं।

मांझी ने दिया नीतीश को समर्थन
हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी भी सीट बंटवारे से नाराज हैं और नीतीश कुमार के गुस्से को जायज ठहराते हुए बोले, “सीएम नीतीश कुमार का गुस्सा उचित है। अगर फैसला हो चुका है तो JDU को मिली सीटों पर कोई और उम्मीदवार क्यों उतार रहा है?” साथ ही मांझी ने घोषणा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी बोधगया और मखदुमपुर सीट से अपने उम्मीदवार उतारेगी।
भाजपा नेतृत्व ने संभाला मोर्चा
गठबंधन में बढ़ते असंतोष के कारण भाजपा का शीर्ष नेतृत्व अब सक्रिय रूप से संलग्न दिखाइ पड़ रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा को स्थिति की जानकारी दी जा चुकी है। पार्टी का प्रयास है कि सीट बंटवारे को लेकर सभी दलों को एक मंच पर लाया जाए और चुनाव से पहले कोई बड़ा संकट न खड़ा हो।
जिस तरह से NDA में अंदरूनी कलह सामने आ रही है, उससे विपक्ष को भी हमलावर होने का मौका मिल गया है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अगर स्थिति जल्द नहीं संभली, तो यह गठबंधन के चुनावी प्रदर्शन पर सीधा असर डाल सकती है।
