दो बार गोवा के मुख्यमंत्री रहे रवि नाइक ने कृषि क्षेत्र में किया महत्वपूर्ण योगदान :
गोवा के कृषि मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक का 79 वर्ष की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से सोमवार रात निधन हो गया। वे गोवा के पोंडा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती थे, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से राज्य की राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई है। रवि नाइक गोवा के सबसे वरिष्ठ नेताओं में गिने जाते थे, जिन्होंने चार दशकों तक राज्य की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई।
रवि नाइक का राजनीतिक सफर 1970 के दशक में शुरू हुआ। वे पहली बार गोवा विधानसभा के सदस्य बने और बाद में दो बार राज्य के मुख्यमंत्री भी बने। उनका पहला मुख्यमंत्री कार्यकाल 1991-93 और दूसरा 1994 में था। इसके अलावा, वे कई बार राज्य के विभिन्न मंत्रालयों जैसे गृह, वित्त और कृषि विभाग के मंत्री भी रहे। वर्तमान बीजेपी सरकार में वे कृषि मंत्री के रूप में कार्यरत थे।
उनकी लोकप्रियता और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें राज्य के सभी दलों में सम्मान दिलाया। वे जनता के बीच बेहद लोकप्रिय थे और अपने सरल स्वभाव के कारण लोगों के बीच में हमेशा पहुंच रखते थे। राजनीतिक सफर के अलावा उन्होंने गोवा के सामाजिक और सांस्कृतिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी पहल पर राज्य में कृषि क्षेत्र में कई सुधार लागू हुए और किसानों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएँ लागु हुईं।

रवि नाइक ने राज्य की राजनीति में शुचिता, सेवा और समर्पण को महत्वपूर्ण माना। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, और कई अन्य दिग्गज नेताओं ने गहरी संवेदना जताई. प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें अनुभवी, दूरदर्शी और जनता का सच्चा सेवक बताया। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि रवि नाइक का जीवन और काम, सभी जनप्रतिनिधियों के लिए प्रेरणा है।
रवि नाइक अपने पीछे पत्नी, दो बेटे और परिवार के अन्य सदस्य छोड़ गए हैं। राज्य सरकार ने उनके सम्मान में तीन दिनों का राजकीय शोक घोषित किया है। सभी सरकारी भवनों पर झंडे आधे झुका दिए गए हैं। उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए विधानसभा भवन में रखा गया, जहां हजारों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
रवि नाइक का जाना गोवा के राजनीतिक, सामाजिक और प्रशासनिक क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके योगदान और नेतृत्व को लोग हमेशा याद रखेंगे।
