गांधीनगर: गुजरात में भाजपा सरकार में बड़े मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना जताई जा रही है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में मौजूदा सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है, और उनकी जगह नए मंत्रियों की सूची तैयार की जा रही है। जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री आज शाम तक राज्यपाल को नए मंत्रिमंडल की सूची सौंपेंगे और कल सुबह यानी 17 अक्टूबर, 2025 को गांधीनगर के महात्मा मंदिर में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव सुनील बंसल गांधीनगर पहुँच चुके हैं और नए मंत्रिमंडल के गठन को लेकर प्रदेश नेतृत्व और संगठन के शीर्ष अधिकारियों के बीच बैठकें चल रही हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मुंबई से गांधीनगर लौट चुके हैं और ज्यादातर विधायक भी अपनी-अपनी विधायक निवासों में मौजूद हैं।

आज रात मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के गांधीनगर स्थित आवास पर एक अहम बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें वर्तमान मंत्रियों और पार्टी संगठन के पदाधिकारियों को शामिल होने के लिए कहा गया है। इस बैठक का उद्देश्य नए मंत्रियों के चयन में अंतिम निर्णय लेना है। सूत्रों का कहना है कि नए मंत्रियों में मुख्य रूप से भाजपा के विधायक शामिल होंगे, जबकि कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए दो से तीन विधायक को भी कैबिनेट में जगह दी जा सकती है।
नए मंत्रियों की शपथ सुबह 11:30 बजे राज्यपाल आचार्य देवव्रत द्वारा महात्मा मंदिर में दिलाई जाएगी। माना जा रहा है कि नए मंत्रियों का चयन करते समय विधानसभा चुनाव 2027, नगर निगम चुनाव और राज्य के मौजूदा राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए इलाके और जाति के आधार पर संतुलन बनाने की कोशिश की जाएगी। यह रणनीति भाजपा के लिए विपक्ष को कमजोर करने और राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने के उद्देश्य से बनाई जा रही है।
पिछले कुछ दिनों से कैबिनेट विस्तार को लेकर चल रही अटकलों के बीच अब इस पर रोक लग गई है और सभी निर्णय निश्चित कर लिए गए हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि नई कैबिनेट के गठन के साथ ही राज्य में राजनीतिक गतिविधियों को गति मिलेगी और आगामी चुनावों के लिए मजबूत रणनीति तैयार की जाएगी।
गुजरात में पिछले कुछ महीनों से राजनीतिक हलचल तेज रही है, और मौजूदा मंत्रिमंडल विस्तार इसे और भी व्यापक बनाने वाला है। इससे पहले भी मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपने मंत्रियों के साथ बैठकें की थीं, लेकिन अब सभी मंत्रियों के इस्तीफे के बाद नया मंत्रिमंडल तैयार होने जा रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि नए मंत्रिमंडल का गठन आगामी विधानसभा और स्थानीय चुनावों में भाजपा के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। नए मंत्रियों के चयन में राजनीतिक समीकरण, क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और जातीय संतुलन प्रमुख भूमिका निभाएंगे। राज्यपाल द्वारा कल आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी।
