बिहार: गोपालगंज, भोजपुर और पटना जिलों से भारी मात्रा में धनराशि बरामद होने से हड़कंप मच गया है। अधिकारियों का कहना है कि चुनाव के दौरान पैसे के दुरुपयोग को रोकने के लिए लगातार सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है।
चूल्हा बनाने वाले के घर से 1 करोड़ रुपए बरामद –
गोपालगंज जिले के थावे थाना क्षेत्र के कबिलासपुर गांव में पुलिस ने शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई की। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस और फ्लाइंग स्क्वॉड टीम (FST) ने गांव के एक घर पर छापा मारा। छापेमारी में घर के अंदर बक्सों में रखे करीब 1 करोड़ रुपए नकद बरामद किए गए। बताया गया कि यह घर संतोष प्रसाद नाम के व्यक्ति का है, जो गैस चूल्हा रिपेयरिंग का काम करता है। पुलिस ने घर से कई बैंक पासबुक और दस्तावेज भी जब्त किए हैं।
संतोष प्रसाद के परिवार से पूछताछ जारी है। उसका छोटा बेटा गांव में एक छोटी चाय की दुकान चलाता है। पुलिस के अनुसार, इतनी बड़ी रकम कहां से आई और इसे चुनाव से पहले कहां भेजा जाना था, इसकी जांच की जा रही है। पुलिस मुख्यालय ने भी इस मामले की रिपोर्ट मांगी है और निगरानी बढ़ा दी गई है।

बाइक की डिक्की से मिले 50 लाख रुपए –
भोजपुर जिले में भी चुनावी सख्ती के बीच बड़ी रकम पकड़ी गई है। शुक्रवार देर रात नगर थाना क्षेत्र के गांगी चेकपोस्ट पर चेकिंग के दौरान एक बाइक की डिक्की से 50 लाख रुपए कैश बरामद किया गया। जांच के दौरान बाइक सवार युवक से पूछताछ की गई, जिसकी पहचान कोईलवर थाना क्षेत्र के सकड़ी गांव निवासी दीपक कुमार सिंह के रूप में हुई।
युवक ने पुलिस को बताया कि यह पैसा किसी हार्डवेयर कारोबारी का है, लेकिन वह रकम की वैधता से जुड़ा संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। पुलिस ने कैश को जब्त कर लिया है और रकम के स्रोत की जांच शुरू कर दी गई है। स्थानीय मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पूरी गिनती की गई।
पटना में इंजीनियर के घर निगरानी की रेड – उधर, पटना में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने ग्रामीण कार्य विभाग के इंजीनियर संजीव कुमार के आवास और दफ्तर पर छापेमारी की। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई। छापेमारी के दौरान टीम ने करीब 7.5 लाख रुपए नकद और ज्वेलरी जब्त की है। टीम ने कंकड़बाग के इंदिरा नगर स्थित घर और हज भवन के पास ऑफिस दोनों जगह छापा मारा। लगभग साढ़े चार घंटे चली इस कार्रवाई में DSP रैंक के अधिकारी शामिल थे। जांच में पता चला है कि संजीव कुमार की संपत्ति उनकी ज्ञात आय से करीब 44% अधिक है।
चुनाव से पहले सख्त हुई निगरानी
इन घटनाओं के बाद पुलिस और चुनाव आयोग ने सभी जिलों में चेकिंग और निगरानी को और तेज कर दिया है। संवेदनशील इलाकों में स्पेशल टीमें तैनात की जा रही हैं ताकि चुनाव के दौरान धन के अवैध इस्तेमाल पर रोक लगाई जा सके।
इन लगातार कार्रवाइयों से साफ है कि बिहार में इस बार प्रशासन किसी भी तरह की गड़बड़ी को लेकर शून्य सहिष्णुता की नीति पर काम कर रहा है।
