भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने जब से राजनीति में कदम रखा है, वे लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। 17 अक्टूबर 2025 को जब उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए छपरा सीट से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया, तो एक ऐसा दृश्य सामने आया जिसने सभी को भावुक कर दिया। आमतौर पर हँसमुख और जोश से भरे रहने वाले खेसारी लाल यादव इस दौरान फूट-फूटकर रोने लगे। उनके आंसुओं ने यह जता दिया कि राजनीति उनके लिए सिर्फ सत्ता की दौड़ नहीं, बल्कि एक भावनात्मक जिम्मेदारी है।
भारी जनसमर्थन ने किया भावुक
नामांकन के दिन छपरा समाहरणालय के बाहर भारी भीड़ जुटी थी। हजारों की संख्या में खेसारी लाल यादव के समर्थक उनकी एक झलक पाने को उमड़े हुए थे। माहौल किसी फिल्मी कार्यक्रम से कम नहीं था, लेकिन यह एक रियल पल था। जैसे ही खेसारी लाल यादव समाहरणालय पहुंचे, उनके स्वागत में नारे लगे, फूलों की बारिश हुई और पूरा परिसर “खेसारी भइया जिंदाबाद” के नारों से गूंज उठा।
लोगों का यह प्यार और जबरदस्त समर्थन देखकर खेसारी अपने आंसू रोक नहीं पाए। वे अचानक मरहौरा विधायक जितेंद्र राय के गले लगकर फूट-फूटकर रोने लगे। जितेंद्र राय ने उन्हें गले लगाकर ढांढस बंधाया और समझाया। यह दृश्य वहां मौजूद हर शख्स के दिल को छू गया।
राजनीति में नई पारी की शुरुआत
खेसारी लाल यादव ने चुनाव से ठीक एक दिन पहले अपनी पत्नी चंदा देवी के साथ राष्ट्रीय जनता दल की सदस्यता ग्रहण की थी। पार्टी में उनके शामिल होने की घोषणा खुद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने की थी। खेसारी ने तुरंत ही सोशल मीडिया पर अपने चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा करते हुए लिखा था,
“मैं, आप सभी का बेटा और भाई खेसारी लाल यादव, इस बार छपरा विधानसभा से चुनाव लड़ रहा हूं। मैं कोई परंपरागत नेता नहीं हूं, मैं जनता जनार्दन का बेटा हूं, खेत-खलिहान का लाल हूं। राजनीति मेरे लिए कुर्सी की दौड़ नहीं है, बल्कि एक जिम्मेदारी है।”
खेसारी लाल यादव का जीवन संघर्षों से भरा रहा है। भोजपुरी इंडस्ट्री के सुपरस्टार बनने तक का उनका सफर बेहद प्रेरणादायक रहा है। वे आम लोगों से जुड़े हुए कलाकार हैं, जिन्होंने ज़मीन से उठकर अपनी पहचान बनाई है। यही वजह है कि जब वे राजनीति में आए, तो जनता ने उन्हें हाथों-हाथ लिया।
टक्कर होगी दिलचस्प
छपरा विधानसभा सीट पर मुकाबला बेहद रोचक होने वाला है। एक ओर खेसारी लाल यादव RJD से मैदान में हैं, तो दूसरी ओर बीजेपी ने छोटी कुमारी को उतारा है। इसके अलावा कई और दिग्गज भी मैदान में हैं, जिनमें पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के परिवार के सदस्य भी शामिल हैं। ऐसे में खेसारी के लिए यह राजनीतिक पारी आसान नहीं होगी, लेकिन उनके पास जो अपार जनसमर्थन है, वह उनके लिए सबसे बड़ी ताकत है।
