बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राज्य की राजनीति में घमासान मच गया है। एक ओर चुनावी रैलियों और घोषणाओं का दौर जारी है, तो दूसरी ओर टिकट बंटवारे को लेकर सियासी ‘खेला’ भी खुलकर सामने आने लगा है।
इसी कड़ी में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के एक पूर्व प्रत्याशी मदन शाह ने पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाकर महागठबंधन के भीतर भूचाल ला दिया है।
लालू यादव के आवास के बाहर फूट-फूटकर रोए मदन शाह
मधुबन विधानसभा सीट से पूर्व राजद प्रत्याशी मदन शाह ने सोमवार को पटना स्थित लालू प्रसाद यादव के आवास के बाहर जमकर हंगामा किया। सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें वह जोर-जोर से रोते हुए अपना कुर्ता फाड़ते नजर आ रहे हैं।
वीडियो में मदन शाह कह रहे हैं —
“मेरे साथ धोखा हुआ है! टिकट के लिए मुझसे पैसे मांगे गए, लेकिन जब मैंने पैसे देने से इनकार किया तो मेरा टिकट काटकर किसी और को दे दिया गया।”
उनकी यह भावनात्मक प्रतिक्रिया राजद के भीतर गहराते असंतोष और कथित आर्थिक लेनदेन की चर्चाओं को हवा दे रही है।
तेजस्वी यादव के करीबी संजय यादव पर लगाए आरोप
मदन शाह ने यह भी दावा किया कि तेजस्वी यादव के करीबी संजय यादव ने उनसे टिकट के बदले 2 करोड़ 70 लाख रुपये की मांग की थी।
मदन शाह के अनुसार —
“संजय यादव ने कहा कि अगर पैसे नहीं दोगे तो टिकट किसी और को दे दिया जाएगा। मैंने पैसे देने से इनकार किया, और उसी दिन मेरा टिकट काटकर डॉ. संतोष कुशवाहा को दे दिया गया।”
डॉ. संतोष कुशवाहा, जो पहले जेडीयू के एक प्रभावशाली नेता थे, हाल ही में राजद में शामिल हुए हैं। पार्टी ने उन्हें अब मधुबन से टिकट दे दिया है।
इस खुलासे के बाद राजद के अंदर टिकट वितरण की प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं। कई कार्यकर्ताओं ने भी गुपचुप तरीके से टिकट वितरण में पारदर्शिता की कमी की शिकायत की है।
राजद में मचा बवाल, विरोधियों को मिला मुद्दा
यह मामला सामने आते ही राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई। विपक्षी दलों, खासकर बीजेपी ने इसे “राजद की भ्रष्ट राजनीति” का उदाहरण बताते हुए पार्टी पर निशाना साधा है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा —
“राजद में टिकट अब योग्यता से नहीं, बोली लगाकर मिलते हैं। लालू यादव की पार्टी अब परिवारवाद और पैसे की राजनीति की चरम सीमा पर पहुंच गई है।”
महागठबंधन पर भी बढ़ा दबाव
राजद बिहार में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया ब्लॉक’ की प्रमुख घटक पार्टी है। लेकिन पिछले कुछ हफ्तों से पार्टी लगातार विवादों में है — कभी सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस से तनातनी, तो कभी अपने ही कार्यकर्ताओं के विरोध से।
कई सीटों पर राजद ने अपने सहयोगी दलों — कांग्रेस और वाम दलों — के प्रत्याशियों के खिलाफ भी उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं, जिससे महागठबंधन की एकजुटता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
अब मदन शाह का यह वीडियो और उनके गंभीर आरोप गठबंधन की साख पर एक और चोट के रूप में देखे जा रहे हैं।
बता दें कि बिहार में इस बार 243 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में मतदान होना है — 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग, जबकि 14 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे।
