by Md atik
बिहार चुनाव 2025 में RJD के टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी में तीव्र विवाद और असंतोष की स्थिति बन गई है। कई उम्मीदवारों और नेताओं ने टिकट चयन प्रक्रिया में धांधली और अन्याय का आरोप लगाते हुए अपना विरोध जताया है, जिससे पार्टी के अंदर बैठकों और गुटबंदी में बढ़ोतरी हुई है। खासकर, टिकट के दांव-पेंच और पार्टी नेतृत्व के निर्णयों को लेकर कई आपत्तियां सामने आई हैं, जिससे राजनीतिक वातावरण और अधिक गर्म हो गया है।
टिकट बंटवारे पर असंतोष
RJD के पूर्व उम्मीदवार मदन शाह ने बीते दिनों पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के आवास के बाहर जाकर अपने टिकट न मिलने पर आंसू बहाए और बड़ी आरोप-प्रत्यारोप की घटना सामने आई। उनके मुताबिक, उन्हें चुनाव टिकट देने का लालू यादव ने वादा किया था, लेकिन पार्टी के एक शीर्ष नेता संजय यादव ने उनसे 2.7 करोड़ रुपये की मांग की। जब उन्होंने यह राशि देने से इनकार किया, तो उनका टिकट किसी और को दे दिया गया। मदन शाह ने यह भी कहा कि टिकट एक बीजेपी समर्थक को बेचा गया है और पार्टी ने उनके साथ अन्याय किया है। उन्होंने तेजस्वी यादव पर भी आरोप लगाए कि उन्होंने टिकट विक्रय में भूमिका निभाई है और महागठबंधन की सरकार बनने की संभावना को टाल दिया है। मदन शाह की यह नाटकीय प्रतिक्रिया ने पूरे राजनीतिक परिदृश्य में तूफान ला दिया है और पार्टी के गुटों के बीच असंतोष गहराया है।
महागठबंधन के भीतर संघर्ष
इस चुनाव में महागठबंधन के घटक दलों के बीच भी टिकट बंटवारे को लेकर गहरा फूट देखा जा रहा है। कांग्रेस और अन्य सहयोगी पार्टियां अपने-अपने दावों को लेकर अड़ियल हैं, जिससे RJD ने भी कुछ सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवारों के खिलाफ अपने प्रत्याशी उतारे हैं। फसलों की फसलों पर गठबंधन के नेता एक-दूसरे के विरोधी बने दिख रहे हैं। इससे महागठबंधन में सीट बंटवारे का संकट और बढ़ गया है। कई जिलों और विधानसभा क्षेत्रों में सूबे की जनता इस गठबंधन के अंदर की लड़ाई से नाराजगी जता रही है।
लालू का टिकट वितरण और तेजस्वी का विरोध

राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, लालू प्रसाद यादव ने बीती तारीखों में अपनी पसंदीदा पार्टी कार्यकर्ताओं को पटना स्थित आवास से टिकट बांटे। परन्तु तेजस्वी यादव ने इस कार्रवाई को रोकते हुए कहा कि गठबंधन के भीतर सीट बंटवारे की बातचीत अभी पूरी तरह नहीं हुई है, इसलिए यह जल्दबाजी गठबंधन को नुकसान पहुंचा सकती है। लालू द्वारा की गई इस टिकट वितरण की प्रक्रिया को कुछ उम्मीदवारों और नेताओं ने असंगत और अनुचित बताया है, जिसका विरोध तेजस्वी ने किया और आगे के टिकट वितरण को रोका।
टिकट बंटवारे से राजनीतिक माहौल गरम
टिकट चयन को लेकर जारी विवाद के कारण पार्टी के असंतोषी कार्यकर्ता और नेता गुस्से में हैं और खुले तौर पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं। इससे चुनावी तैयारियों में भी बाधा आ रही है। अनेक जिलों में टिकट न मिलने से असंतुष्ट नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किए हैं और खुलकर अपनी नाराजगी जताई है। इस स्थिति में RJD को समन्वय स्थापित करना और सुलह करवाना चुनौतीपूर्ण हो गया है।
