by: md atik
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने ऋषभ पंत को भारत ए टीम का कप्तान बनाया है जो 30 अक्टूबर से बेंगलुरु में दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ दो चार दिवसीय मैच खेलेगी। यह उनकी चोट के बाद रेड-बॉल क्रिकेट में वापसी का मौका है। पंत को जुलाई में इंग्लैंड दौरे के दौरान मैनचेस्टर टेस्ट में पैर में चोट लगी थी, जिसके कारण वे एशिया कप 2025 और वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज से बाहर रहे।

भारत ए टीम में ऋषभ पंत के अलावा केएल राहुल, रुतुराज गायकवाड़, मोहम्मद सिराज, ध्रुव जुरेल, देवदत्त पडिक्कल, साई सुदर्शन (उप-कप्तान) जैसे अनुभवी और युवा खिलाड़ी शामिल हैं। दूसरे मैच में भारतीय टेस्ट टीम के कई प्रमुख खिलाड़ी खेलेंगे, जो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज की तैयारी का हिस्सा हैं।
हालांकि इस बार विवाद का विषय सरफराज खान का India A और India B दोनों टीमों से बाहर किया जाना है। उनके 65 से अधिक के मजबूत प्रथम श्रेणी औसत और हाल की टेस्ट प्रदर्शन के बावजूद उन्हें टीम में स्थान नहीं मिला, जिससे प्रशंसकों और विशेषज्ञों में आलोचना हुई है।
ऋषभ पंत की कप्तानी में यह सीरीज भारतीय क्रिकेट के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह खिलाड़ियों की फॉर्म, फिटनेस और संभावित टेस्ट टीम की योजना को आकार देने में मदद करेगी। यह सीरीज भारत के लिए 14 नवंबर से शुरू हो रही दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मुकाबलों से पहले खेली जाएगी।
इस निर्णय से यह संकेत मिलता है कि BCCI पंत की चोट से पूरी तरह उबरने को लेकर आश्वस्त है और उन्हें टेस्ट टीम में लौटने से पहले क्रिकेट के लाल गेंद के प्रारूप में मैदान पर वापस लाना चाहता है। ऋषभ पंत की वापसी प्रशंसकों के लिए उत्साहजनक खबर है, जो उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग के लिए जाने जाते हैं।
कुल मिलाकर BCCI ने भारतीय क्रिकेट की लंबी अवधि की योजना के तहत युवा खिलाड़ियों को मौका देते हुए अनुभवी खिलाड़ियों के साथ संतुलित टीम बनाने का प्रयास किया है। यह दोनों चार दिवसीय मैच भारतीय टेस्ट टीम की सफलता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होंगे।
