बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान के बीच आज एक अहम बैठक हुई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव और राजद नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात की। इस मुलाकात को महागठबंधन में जारी असहमति दूर करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
महागठबंधन में सीट बंटवारे पर सस्पेंस बरकरार
बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं, लेकिन अब तक महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीटों का आधिकारिक बंटवारा नहीं हो सका है। कांग्रेस, राजद, सीपीआई और वीआईपी पार्टी के बीच तालमेल को लेकर मतभेद लगातार बने हुए हैं। हालात यह हैं कि सभी दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, जिससे कई सीटों पर ‘फ्रेंडली फाइट’ की स्थिति बन गई है।
कांग्रेस ने अब तक 61 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, हालांकि लालगंज सीट से आदित्य राजा ने नामांकन वापस ले लिया है। अब बचे हुए 60 सीटों में से 10 सीटें (वारसिलीगंज, नरकटियागंज, कहलगांव, सुल्तानगंज, वैशाली, सिकंदरा, बछवाड़ा, बिहारशरीफ, करगहर और राजापाकड़) पर कांग्रेस के सामने राजद, सीपीआई और वीआईपी के उम्मीदवार हैं। इनमें से छह सीटों पर सीधे राजद के प्रत्याशी कांग्रेस को चुनौती दे रहे हैं, जिससे गठबंधन के भीतर असंतोष बढ़ गया है।
अशोक गहलोत की मध्यस्थता की भूमिका
इन हालात में कांग्रेस हाईकमान ने अशोक गहलोत और बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू को पटना भेजा। बुधवार को दोनों नेताओं ने पहले तेजस्वी यादव से मुलाकात की, जो करीब 54 मिनट तक चली। इसके बाद वे राबड़ी आवास पहुंचे, जहां उन्होंने लालू प्रसाद यादव से लगभग 35 मिनट तक चर्चा की।

राबड़ी आवास से बाहर निकलते हुए अशोक गहलोत ने कहा,
“हमारी लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के साथ बहुत अच्छी बातचीत हुई है। कल (23 अक्टूबर) एक प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी जिसमें सारी बातें स्पष्ट हो जाएंगी। महागठबंधन एकजुट है और हम सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे। कुछ सीटों पर आपसी सहमति से ‘फ्रेंडली फाइट’ हो सकती है, लेकिन एकता पर कोई सवाल नहीं है।”
गहलोत ने यह भी कहा कि बिहार चुनाव में महागठबंधन जनता के मुद्दों पर चुनाव लड़ेगा और एनडीए को राज्य में अपने पांच साल के काम का जवाब देना होगा।
“एनडीए को यह बताना होगा कि उन्होंने पिछले पांच वर्षों में क्या किया है। चुनाव का मुद्दा यही है कि आपने जनता के लिए क्या किया। हम जनता को बताएंगे कि आने वाले पांच वर्षों में हम क्या करने जा रहे हैं।”
