छठ-उत्सव के मद्देनज़र गोपालगंज जिले में सुरक्षा व्यवस्था को व्यापक रूप से सुदृढ़ कर दिया गया है। जिले के सभी प्रमुख छठ घाटों पर प्रशासन द्वारा विशेष टीमों की तैनाती की गई है। इस दौरान शाम व सुबह के समय घाटों पर पटाखों के प्रयोग पर पूरी तरह रोक लगाने का आदेश दिया गया है।

जिले के जिलाधिकारी पवन कुमार सिन्हा ने सभी छठ घाटों पर सुरक्षा बल, स्थानीय पुलिस तथा असामान्य गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए टीमों को निर्देशित किया है। घाटों के आसपास के प्रवेश-निकास मार्ग, भीड़भाड़ वाले हिस्से, एवं नावों के परिचालन वाले स्थान विशेष रूप से चिन्हित किए गए हैं, जहां नियंत्रण कक्ष बनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
वहीं, घाटों पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं ताकि व्रतियों को संध्याकाली तथा प्रातःकालीन आराधना में कोई असुविधा न हो।
पटाखों पर रोक और नाव परिचालन बंद
उत्सव के समय पर्यावरण, श्रद्धालुओं की सुरक्षा व शांति हेतु घाटों पर पटाखों का प्रयोग पूरी तरह वर्जित किया गया है। प्रशासन का मानना है कि पटाखों की आवाज-गड़गड़ाहट व आतिशबाजी से शांतिपूर्ण माहौल बिगड़ सकता है एवं श्रद्धालुओं के लिए असहज स्थिति बन सकती है। इसके अतिरिक्त, गंडक नदी के किनारे स्थित छठ घाटों पर नाव परिचालन को पूर्णतः अस्थायी तौर पर बंद करने का निर्णय लिया गया है। समुद्र, नदी या तालाब तट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के एकत्र होने के कारण नाव-सवारी एवं परिचालन में जोखिम पाया गया था।
घाटों तक पहुंचने वाले मार्गों पर ट्रैफिक और भीड़ के नियंत्रण को लेकर भी कार्रवाई की गई है। जाम या दुर्घटना की स्थिति में तत्काल हस्तक्षेप किया जाएगा। घाटों के आस-पास मुख्य व द्वितीय मार्गों के अलावा अतिरिक्त मार्गों से भी श्रद्धालुओं को पहुंचने की व्यवस्था बनाई गई है ताकि मुख्य मार्गों पर भीड़ न बढ़ सके। जिलाधिकारी ने आम जनता से अफवाहों पर ध्यान न देने का आग्रह किया है। कहा गया है कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा पर्व के दौरान झूठी खबरें फैलाई जा सकती हैं, जिससे याद-गिरह, डर या अतिशयोक्ति की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसलिए जनता से कहा गया है कि वे किसी भी संदेहास्पद सूचना को तुरंत नियंत्रण कक्ष या पुलिस को सूचित करें।
प्रशासन का मुख्य उद्देश्य
प्रशासन का उद्देश्य है कि इस पवित्र पर्व को शांति, सुचारुता और श्रद्धा-भाव के साथ मनाया जाए। घाटों पर उचित व्यवस्था, संयमित एवं सुरक्षित माहौल तैयार करना, पर्यावरण व श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना राजकीय प्राथमिकता बनी हुई है।
छठ पूजा के अवसर पर श्रद्धालुओं को घाटों पर आने-जाने में सुविधा, सुरक्षित वातावरण और सुखद अनुभव प्राप्त हो, यह प्रशासन की मूल सोच है। पटाखों पर रोक और नाव परिचालन बंद जैसे उपाय, सामान्यतः मनाए जाने वाले उत्सवों से अलग विशेष कदम हैं, जो इस बार गोपालगंज में लागू किए गए हैं।
