उत्तर प्रदेश: गोरखपुर जिले में इस वर्ष धान खरीद का शुभारंभ 1 नवंबर से किया जाएगा, जिसमें किसानों को प्रति क्विंटल में ₹ 69 रुपये की वृद्धि के साथ बेहतर मूल्य मिलेगा। सूचीबद्ध पंजीकरण प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है और इसके माध्यम से किसानों को आसानी से लाभ पहुँचाया जाना सुनिश्चित किया गया है। खाद्य एवं रसद विभाग ने बताया है कि इस बार जिले में 1 लाख 65 हजार टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में काफी अधिक है। पिछली बार 87 हजार 63 टन से थोड़ा अधिक धान ही खरीदा गया था।

पंजीकरण और तैयारी
किसानों का पंजीकरण 1 सितंबर से ऑन-लाइन और क्रय-केंद्र दोनों माध्यमों से चल रहा है। जिन किसानों ने पहले पंजीकरण कराया था, उनसे नवीनीकरण कराने की प्रक्रिया भी जारी है। यह सुनिश्चित किया गया है कि खरीद केवल पंजीकृत किसानों से ही हो सके।
खरीद व पंजीकरण के लिए जिले में 114 क्रय-केंद्र स्थापित किए गए हैं। इनमें से 48 मुख्य क्रय-केंद्रों का संचालन होगा — 29 केंद्र राज्य सहकारी संघ द्वारा तथा 22 केंद्र उत्तर प्रदेश कोओपरेटिव यूनियन द्वारा।
कीमतें और लाभ
इस साल ‘ग्रेड ए’ धान के लिए प्रति क्विंटल ₹ 2,389 जबकि ‘कामन’ धान के लिए ₹ 2,369 निर्धारित किया गया है। पिछले वर्ष ग्रेड ए धान की दर ₹ 2,320 व कामन धान की दर लगभग ₹ 2,300 थी। इस प्रकार इस साल प्रति क्विंटल की कीमत में लगभग ₹ 69 रुपये की वृद्धि हुई है।
यह बढ़ी हुई दर किसानों के लिए अच्छा संकेत है क्योंकि उन्हें अपनी उपज का बेहतर मूल्य मिल सकेगा और बाजार-अनिश्चितताओं का सामना करने में सहायता मिलेगी।
क्या मायने रखता है यह कदम?
यह निर्णय दो दृष्टियों से महत्वपूर्ण है, एक तो किसानों को बेहतर मूल्य मिलना, और दूसरा यह कि धान खरीद में लक्ष्य को बढ़ा कर जिले में कृषि गतिविधि को प्रोत्साहन देना। साथ ही यह कदम खाद्य एवं रसद विभाग की सक्रियता का संकेत देता है कि क्रय संचालन जल्द शुरू होगा।
हालाँकि तैयारी अच्छी है, फिर भी कुछ चुनौतियाँ विद्यमान हैं जैसे पंजीकरण व नवीनीकरण प्रक्रिया में किसानों को समय-समय पर सूचना और मदद मिलनी चाहिए, क्रय-केंद्रों तक पहुँच, परिवहन व लॉजिस्टिक व्यवस्था में किसानों को सुविधा मिलना अनिवार्य है और किसानों को केंद्रीय व राज्य की सार्वजनिक क्रय नीति, निर्धारित दरें व पंजीकरण की प्रक्रिया अच्छी तरह समझना जरूरी है।
गोरखपुर जिले में इस बार धान क्रय अभियान को जल्दी व व्यापक रूप से शुरू करने की तैयारी हो चुकी है। 1“गोरखपुर में 1 नवंबर से शुरू होगी धान खरीद, किसानों को मिलेगा बढ़ा हुआ समर्थन मूल्य”
नवंबर से लेकर पंजीकरण से क्रय-प्रक्रिया तक का चरण स्पष्ट है। किसानों को बेहतर दर मिलने से मौसम-अनिश्चितता, लागत-वृद्धि जैसी चुनौतियों का सामना करने में थोड़ी राहत मिलेगी। इस तरह यह कदम कृषि-वित्त एवं किसानों की आय को बढ़ाने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।
