RJD प्रत्याशी शिवानी शुक्ला
बिहार के लालगंज विधानसभा क्षेत्र, जिला वैशाली से RJD की प्रत्याशी शिवानी शुक्ला को बुधवार रात एक अज्ञात मोबाइल नंबर से हत्या की धमकी मिली। कॉल में कहा गया कि यदि उन्होंने “रंगदारी” नहीं दी, तो उन्हें गोली मार दी जाएगी।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई, और तत्काल जांच के निर्देश दिए गए।

गिरफ्तारी और सुरक्षा बढ़ौतरी
पुलिस ने तकनीकी मदद से कॉल किए गए नंबर का पता लगाया। जांच में सामने आया कि कॉल हैदराबाद से की गई थी, और आरोपी का भाई हैदराबाद में रह रहा है।
करताहा थाना के पुलिस कर्मियों ने गिरफ्तार अभियुक्त “रंधीर कुमार” नामक एक व्यक्ति को धनुषी गांव से हिरासत में लिया है, तथा उसके बड़े भाई “रंजीत कुंवर” की भी गिरफ्तारी के लिए टीम हैदराबाद रवाना की गई है।
सुरक्षा के मद्देनज़र, प्रशासन ने शिवानी शुक्ला के लिए दो सशस्त्र गार्ड तथा विशेष सुरक्षा-प्रबंध किए हैं।
शिवानी शुक्ला, पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला की बेटी है, जिन्हें बाहुबल और क्षेत्रीय प्रभाव के कारण जाना जाता है।
लालगंज क्षेत्र में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र राजनीतिक गतिविधियाँ तेजी से हो रही हैं। ऐसे में उम्मीदवारों पर हो रही धमकियाँ न सिर्फ व्यक्तिगत सुरक्षा का प्रश्न हैं बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर भी असर डालती हैं।
इस क्षेत्र की राजनीतिक स्थिति लंबी समय से तनावपूर्ण रही है, जहाँ बाहुबल-परिवार, जातीय समीकरण और धन-प्रभाव की भूमिका कम नहीं रही है।
कानून-व्यवस्था की चुनौतियाँ
इस प्रकार की धमकियाँ यह दर्शाती हैं कि चुनावी माहौल में अपराध-प्रेरित गतिविधियों तथा गैर कानूनी दबावों का जोखिम बना हुआ है। इलाके में विवेचन से पता चलता है कि ऐसी घटनाएँ कानून व्यवस्था के कमज़ोर पहलुओं को उजागर करती हैं।
पुलिस ने तकनीकी शाखा की मदद से नंबर ट्रेस किया और कार्रवाई तेज़ी से की, यह अच्छी बात है। परंतु सवाल यह उठता है कि भविष्य में इस तरह की धमकियों को कैसे रोका जाए, और प्रत्याशियों तथा आमजन की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित हो सके।
