बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का माहौल अब पूरी तरह गरमा चुका है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समस्तीपुर से अपने प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए न केवल राजनीतिक संदेश दिया, बल्कि सांस्कृतिक जुड़ाव का भी एक सशक्त प्रतीक प्रस्तुत किया। मंच पर आते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिथिला की पारंपरिक पहचान ‘पाग’ धारण की, जो बिहार के उत्तर-पूर्वी हिस्से की संस्कृति और अस्मिता का प्रतीक मानी जाती है।
पीएम मोदी ने जो पाग पहनी, वह क्रीम रंग की थी और उस पर हाथों से बनी मिथिला पेंटिंग की कलाकृति उकेरी गई थी। खास बात यह थी कि इस पाग पर मछली की आकृति बनाई गई थी — जो मिथिला में शुभता, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक मानी जाती है। जैसे ही पीएम मोदी पाग पहने मंच पर आए, भीड़ में जोश का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों ने इसे अपने गौरव के सम्मान के रूप में देखा और मोदी के इस कदम का गर्मजोशी से स्वागत किया।
मिथिला में ‘पाग’ का सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व
मिथिला क्षेत्र में ‘पाग’ केवल एक सिर पर पहनने वाला परिधान नहीं है, बल्कि यह सम्मान, स्वाभिमान और प्रतिष्ठा का प्रतीक है। इसे यहां की अस्मिता से गहराई से जोड़ा गया है। पारंपरिक रूप से ‘पाग’ विद्वानों, अतिथियों, और समाज में सम्मानित व्यक्तियों को आदर के रूप में पहनाई जाती है। शादियों, धार्मिक आयोजनों और सांस्कृतिक समारोहों में इसे धारण करना शुभ माना जाता है।

इतिहासकार बताते हैं कि ‘पाग’ मिथिला की बौद्धिक और सांस्कृतिक परंपरा का दर्पण है। यह वही भूमि है, जहां विदेह जनक की सभ्यता फली-फूली, जहां से सीता जी की मर्यादा और विद्यापति की वाणी ने समस्त भारत को दिशा दी। ऐसे में प्रधानमंत्री का इस सांस्कृतिक प्रतीक को अपनाना न केवल भावनात्मक जुड़ाव दिखाता है, बल्कि क्षेत्रीय पहचान के प्रति सम्मान का भी संदेश देता है।
राजनीतिक संदेश और चुनावी रणनीति
समस्तीपुर की रैली से पीएम मोदी ने एनडीए के चुनावी अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने मैथिली में जनता को संबोधित करते हुए कहा, “मिथिला के हृदयस्थली समस्तीपुर की पवित्र धरती के लोगों के प्रणाम कराई छी।” इस अभिवादन ने सभा में मौजूद लोगों के दिल जीत लिए।
इसके बाद उन्होंने अपने भाषण में कहा कि “पूरा बिहार कह रहा है — फिर एक बार एनडीए सरकार।” मोदी ने दावा किया कि राज्य अब ‘जंगलराज’ वालों को फिर से सत्ता में नहीं आने देगा। उन्होंने रैली में “नई रफ्तार से चलेगा बिहार, फिर से आएगी एनडीए सरकार” का नया नारा भी दिया, जो चुनावी मंच से जनता के बीच गूंज उठा।
रैली से पहले पीएम मोदी ने समस्तीपुर में भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार से भी मुलाकात की। कर्पूरी ठाकुर को बिहार की राजनीति में सामाजिक न्याय के प्रतीक के रूप में देखा जाता है, और मोदी का यह कदम राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
