बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को समस्तीपुर में एनडीए की चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राजद (RJD) पर तीखा हमला बोला और लालटेन के प्रतीक पर एक नया व्यंग्य किया। मोदी ने लोगों से कहा कि वे अपने मोबाइल की लाइट जलाएं, फिर मुस्कराते हुए पूछा — “जब हर हाथ में लाइट है, तो लालटेन की क्या जरूरत है?”
यह बयान न सिर्फ लोगों को उत्साहित करने वाला था, बल्कि राजनीतिक रूप से भी बेहद प्रभावशाली साबित हुआ। मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार ने गांव-गांव इंटरनेट पहुंचाया और डेटा को इतना सस्ता किया कि “एक जीबी डेटा अब एक कप चाय से भी सस्ता है।” उन्होंने कहा कि इसका फायदा बिहार के युवाओं को मिल रहा है, जो अब ऑनलाइन सीख रहे हैं, रोजगार पा रहे हैं और रील बनाकर अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, “बिहार को अब लालटेन और उसके साथियों की नहीं, बल्कि डिजिटल युग की जरूरत है। एनडीए सरकार ने हर घर में रोशनी और हर गांव में इंटरनेट पहुंचाने का काम किया है।”
कृषि और मछली पालन पर जोर
पीएम मोदी ने मिथिला क्षेत्र की कृषि और मछली पालन में हुई प्रगति का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “मिथिला मखाने और पोखरों की धरती है। पहले यहां की मछली बाहर से मंगानी पड़ती थी, लेकिन अब बिहार दूसरों को मछली भेज रहा है। मछली उत्पादन दोगुना हो गया है, इसका श्रेय नीतीश सरकार और केंद्र सरकार की योजनाओं को जाता है।”
उन्होंने बताया कि मछुआरों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी गई है, जिससे उन्हें सस्ता लोन और सहायता मिल रही है। साथ ही कहा कि केंद्र सरकार “मखाना बोर्ड” के जरिए इस क्षेत्र को वैश्विक पहचान दिलाना चाहती है।
किसानों के लिए राहत योजनाएं
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में किसानों के लिए चल रही योजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “पहले के जंगलराज में केंद्र से भेजा गया पैसा बीच में ही चोरी हो जाता था, लेकिन अब पीएम किसान सम्मान निधि से पैसा सीधे किसानों के खाते में पहुंच रहा है।”
उन्होंने दावा किया कि एनडीए सरकार ने छोटे किसानों को सशक्त करने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का काम किया है।
