बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के भीतर एक नई राजनीतिक चर्चा ने जोर पकड़ लिया है — क्या बिहार में मुस्लिम डिप्टी सीएम होगा? इस सवाल पर अब नेता खुलकर बोलने लगे हैं। पहले कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने संकेत दिए, और अब आरजेडी नेता व महागठबंधन की ओर से सीएम पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने भी कहा है कि “मुस्लिम डिप्टी सीएम की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।”
क्या है पूरा मामला
मुस्लिम डिप्टी सीएम की बहस तब शुरू हुई जब एआईएमआईएम के यूपी अध्यक्ष शौकत अली ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए महागठबंधन पर सवाल उठाया। उन्होंने लिखा —
“ढाई फीसदी जिसकी हिस्सेदारी उसे डिप्टी सीएम बना दिया गया, तेजस्वी बन गए सीएम फेस, और 18% वाला अब्दुल बन गया दरी मंत्री। जब मुसलमान अपनी हिस्सेदारी मांगता है तो कहा जाता है — चुप रहो नहीं तो बीजेपी जीत जाएगी।”
शौकत अली के इस बयान के बाद राजनीतिक हलचल मच गई। उन्होंने बाद में कहा कि अगर महागठबंधन सच में मुस्लिम समुदाय को सम्मान देना चाहता है, तो उसे खुलकर डिप्टी सीएम पद का ऐलान करना चाहिए।
तेजस्वी यादव और कांग्रेस के संकेत
तेजस्वी यादव ने कहा — “अशोक गहलोत जी ने कहा है कि गठबंधन में और भी डिप्टी सीएम पद के उम्मीदवार हो सकते हैं। डिप्टी सीएम के मुस्लिम चेहरे की संभावना से इनकार नहीं किया जा रहा है। देखते रहिए, इंतजार कीजिए — यह किसी भी समुदाय से हो सकता है।”
वहीं, बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने भी साफ कहा —
“अगर महागठबंधन की सरकार बनी, तो कांग्रेस का भी एक डिप्टी सीएम होगा। कौन होगा और कहां से होगा, यह चुनाव के बाद तय किया जाएगा। महागठबंधन में दो या चार डिप्टी सीएम हो सकते हैं, जिनमें से एक मुस्लिम चेहरा भी होगा।”

18% वोट बैंक का समीकरण
बिहार में मुस्लिम आबादी करीब 17.7% (लगभग 18%) है, और अब तक यह समुदाय महागठबंधन का मजबूत वोट बैंक माना जाता रहा है। लेकिन इस बार मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम उम्मीदवार बनाए जाने के बाद मुस्लिम समुदाय में नाराजगी दिखने लगी। कई नेताओं का मानना है कि महागठबंधन का यह फैसला ‘MY’ (मुस्लिम-यादव) समीकरण को कमजोर कर सकता है।
चिराग पासवान ने भी आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी को 2005 की हार से सबक नहीं मिला, जब मुस्लिम वोटों में बिखराव से उसे नुकसान हुआ था।
क्या बदलेगा समीकरण?
तेजस्वी यादव के बयान के बाद अब यह चर्चा जोरों पर है कि क्या चुनाव से पहले महागठबंधन मुस्लिम डिप्टी सीएम का चेहरा घोषित करेगा। फिलहाल, कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन संकेत साफ हैं कि राजनीतिक संतुलन साधने के लिए यह कदम उठाया जा सकता है।
