बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, सियासी हलचलें तेज होती जा रही हैं। छठ पूजा के समापन के साथ ही राज्य में चुनाव प्रचार को रफ्तार मिल रही है। महागठबंधन और एनडीए दोनों ही मोर्चों के नेता मतदाताओं को साधने में जुट गए हैं। इसी क्रम में प्रियंका गांधी वाड्रा, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव आने वाले दो दिनों में बड़े स्तर पर चुनावी प्रचार की शुरुआत करेंगे।
कल प्रियंका गांधी की बेगूसराय में सभा
छठ पूजा खत्म होते ही प्रियंका गांधी बिहार के चुनावी रण में उतरेंगी। मंगलवार को वे बेगूसराय में अपनी पहली चुनावी सभा करेंगी। कांग्रेस के प्रदेश पदाधिकारी और महागठबंधन के नेता इस कार्यक्रम की तैयारियों में जुटे हैं।
राहुल गांधी और तेजस्वी की दो ज्वाइंट रैलियां
प्रियंका के प्रचार की शुरुआत के अगले दिन यानी 29 अक्टूबर को राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की संयुक्त रैलियां होंगी। दोनों नेता मुजफ्फरपुर और दरभंगा में एक साथ जनसभाओं को संबोधित करेंगे। माना जा रहा है कि इन रैलियों में महागठबंधन का फोकस बेरोजगारी, महंगाई और शिक्षा जैसे मुद्दों पर रहेगा। राहुल और तेजस्वी दोनों ही नीतीश सरकार पर ‘20 साल की विफलता’ का आरोप लगाकर मतदाताओं से बदलाव की अपील करेंगे।

महागठबंधन का घोषणापत्र मंगलवार को जारी होगा
बिहार चुनाव 2025 के लिए महागठबंधन का घोषणापत्र (मेनिफेस्टो) तैयार कर लिया गया है। इसे मंगलवार शाम पटना में शाम 4 बजे जारी किया जाएगा। इस दौरान कांग्रेस, राजद, वामदल और अन्य घटक दलों के शीर्ष नेता मौजूद रहेंगे। हालांकि, राहुल गांधी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। घोषणापत्र में रोजगार सृजन, किसानों की आय बढ़ाने, शिक्षा में सुधार और महिलाओं के लिए विशेष योजनाओं पर जोर दिए जाने की संभावना है।
मनोज तिवारी बोले – नीतीश ही NDA के CM फेस
इधर, बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने साफ कहा है कि 2025 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ही NDA के मुख्यमंत्री पद के चेहरे होंगे। उन्होंने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा, “तेजस्वी ने झगड़ा-लड़ाई कर खुद को सीएम फेस के रूप में प्रोजेक्ट किया है, जबकि हमारे गठबंधन में पहले से ही मुख्यमंत्री का चेहरा तय है।”
तेजस्वी का पलटवार – बिहार बदलाव के लिए बेसब्र है
मनोज तिवारी के बयान पर तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि “बिहार बदलाव के लिए बेसब्र है। यह चुनाव नया बिहार बनाने का है।” उन्होंने कहा, “जैसे एक जगह खड़ा पानी सड़ जाता है, वैसे ही यह NDA सरकार भी सड़ चुकी है। बीस साल तक एक ही खेत में एक ही बीज बोने से खेत और फसल दोनों खराब हो जाते हैं। दो दशक की इस सरकार ने बिहार की दो पीढ़ियों को बर्बाद कर दिया है।”
