बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन ने मंगलवार को अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया। पटना के होटल मौर्या में आयोजित कार्यक्रम में तेजस्वी यादव ने ‘तेजस्वी का प्रण – हर घर नौकरी, हर हाथ को काम’ थीम पर आधारित ‘संकल्प पत्र’ जारी किया।
घोषणा पत्र जारी करने के दौरान तेजस्वी यादव के साथ वीआईपी प्रमुख और महागठबंधन के डिप्टी सीएम फेस मुकेश सहनी, मंगनी लाल मंडल, दीपांकर भट्टाचार्य, मदन मोहन झा, रामनरेश पांडे, आईपी गुप्ता और कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा समेत कई नेता मौजूद रहे।
“हर घर को नौकरी, हर परिवार को जमीन” – महागठबंधन का बड़ा ऐलान
महागठबंधन के घोषणा पत्र में कहा गया है कि बिहार में हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी या रोजगार का अवसर दिया जाएगा। इसके साथ ही प्रत्येक परिवार को 5 डिसमिल जमीन देने का वादा किया गया है।
सीपीआई राज्य सचिव रामनरेश पांडे ने कहा, “यह बिहार के इतिहास का पहला घोषणा पत्र है जिसमें हर परिवार को नौकरी और जमीन दोनों देने की गारंटी दी गई है।”
सवा करोड़ रोजगार और बेरोजगारी भत्ता का वादा
महागठबंधन ने दावा किया है कि सरकार बनने पर सवा करोड़ से अधिक रोजगार सृजित किए जाएंगे।
ग्रेजुएट युवाओं को ₹2000 प्रतिमाह और पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं को ₹3000 प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा।
साथ ही अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा फॉर्म शुल्क समाप्त करने और सरकारी संस्थानों में इंटर्नशिप के लिए न्यूनतम स्टाइपेंड सुनिश्चित करने की घोषणा की गई है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि, “महागठबंधन की सरकार बनी तो बिहार में पढ़ाई, कमाई, दवाई और सिंचाई—इन चार स्तंभों पर विकास की नींव रखी जाएगी।”
जीविका दीदियों को सरकारी दर्जा और ₹30,000 वेतन
घोषणा पत्र में जीविका दीदियों को स्थायी करने और उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने का वादा किया गया है।
साथ ही उनका वेतन ₹30,000 प्रतिमाह करने का ऐलान किया गया।
महागठबंधन ने कहा कि सभी संविदा कर्मियों और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को भी स्थायी किया जाएगा, जिससे राज्य में अस्थायी रोजगार की समस्या कम होगी।

पेंशन और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं पर फोकस
महागठबंधन के संकल्प पत्र में बुजुर्गों, विधवाओं और दिव्यांगजनों के लिए भी कई योजनाओं का वादा किया गया है —
- वृद्ध और विधवाओं को ₹1500 मासिक पेंशन (हर साल ₹200 की वृद्धि)।
- दिव्यांगजनों को ₹3000 मासिक पेंशन।
- हर परिवार को 200 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाएगी।
घोषणा पत्र में यह भी कहा गया है कि बिहार में ओल्ड पेंशन स्कीम को बहाल किया जाएगा।
“बिहार 20 साल पीछे चला गया है” – पवन खेड़ा
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि महागठबंधन ने न सिर्फ सबसे पहले सीएम फेस घोषित किया बल्कि सबसे पहले मेनिफेस्टो भी जारी किया।
उन्होंने कहा, “आज का दिन बिहार के लिए पावन दिन है। बीते 20 वर्षों में राज्य पिछड़ गया है, लेकिन यह संकल्प पत्र बिहार को नई दिशा देगा।”
तेजस्वी का आरोप – स्लो वोटिंग की साजिश
घोषणा पत्र जारी करने के दौरान तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग और सत्ता पक्ष पर गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि, “जहां-जहां महागठबंधन का वोट बैंक मजबूत है और 60 प्रतिशत से अधिक मतदान की संभावना है, वहां स्लो वोटिंग की साजिश रची जा रही है। लेकिन इस बार हम पूरी तरह सतर्क हैं।”
